ना चल ऐ हवा , दीपक में अभीं तेल बाकी देखने दे तकदीर ऐ तमाशा , उसका हैं खेल बाकी । मिट्टी को जरा ख़ाक होने दे , आखिरी ज़रा भी राख होने दें । औरो को दे उजाला खुद को यह जलाता हैं उसी का सज़ा तो यह पाता हैं इसका मज़ा तो जरा लेने दें । दम लगा फड़केगा खुद को बचाने को यह तड़पेगा । बचाने कोई भी न…
Read more »जय माता दी , कैसे हो दोस्तों , उम्मीद हैं आप स्वस्थ्य और मस्त होगें । मैया के नवरात्रे चल रहें हैं । माँ नवरात्रों में सबके कष्ट हर लेती हैं , अगर मन सच्चा तो सब अच्छा । माँ दुर्गा की पूजा विशेष रूप से वर्ष में दो बार होती हैं । नवरात्रे शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होते हैं और नवमी तक …
Read more »नमस्कार दोस्तों , कैसे हैं आप , उम्मीद हैं खुश होगें और जिन्दगी का भरपूर मजा ले रहे होगें तो आईयें आज हम भी तैयार करेगें भरपूर नर्म और मसालेदार पनीर के स्नैकस जो खानें में इतने लज़ीज है कि बार - बार खाने का मन करें तो आइये शुरू करते हैं यम्मी मसालेदार पनीर स्नैकस । सामग्री :- एक कटोरी सू…
Read more »साज़ गमों के बजते रहें , धुन दर्द की आती रही । कसक दिल से उभरती रहीं , टीस सी कुलबुलाती रही । पिरों के शब्दों को मैनें , पंक्तियों में लिख डाला । शायद इनसें बुझ सकें , दर्द भरी यह ज्वाला । फूल समझ दुनिया को , काँटों की मशक भरतें रहे । हर राग पे हंसते रहें , साज़ गमों के बजते रहें । ना स…
Read more »सांसे घुटती रही , कर्जा बढ़ता गया हर पल दलदल में वो धंसता गया । समय चाल चलता गया , वो भी तेज़ी से ढलता गया । कभीं रातों में उठता , कभीं खुद पे ही हंसता गया । रस्ता खत्म था आगे , फिर भी पागल चलता गया । हर पल दलदल में वो धंसता गया । चक्की चलती रहीं , और वो पीसता गया । टहलते कदमों में हमेशा …
Read more »ना सुनी थी गज़ले , ना पढ़ी थी कविता , जिन्दगी ऐ दास्तान ने शायर बना दिया । ऐसा रूलाया मुझको , लहू से लिखना सिखा दिया । ' भरोसा ' यहाँ कुछ नहीं आँखो से पर्दा हटा दिया । जिन्दगी ऐ दास्तान ने शायर बना दिया गमों से करके दोस्ती , तन्हाइयों को अपना बना लिया । दर्द की लहरों को , रूह तक द…
Read more »कुछ तहरीरें मिटा नहीं करती , जिंदगी भर रुलाती हैं । महफिल हो कितनी भी रौशन , स्याह बन कर सताती हैं । भीड़ हो चाहे लाख सही , फिर भी अकेला कर जाती हैं । सूरज़ की रौशनी लगती फीकी सी , चाँदनी भीं डराती हैं । कुछ तहरीरें मिटा नहीं करती , जिंदगी भर रुलाती हैं । फूलों में भी चुभन का , अहसास करात…
Read more »ना लालसा ना ललक बाकी , ना अहसास ऐ दर्द , ना कसक बाकी । अन्जान चेहरें हैं , याद कुछ भी नहीं हैं घना कोहरा , बाद कुछ भीं नहीं । पंगडडी हैं बिखरी सी , गिरने को बेताब हैं फूल हैं इक , कांटे बेहिसाब हैं । कश्ती हैं , मांझी है पर पतवार नहीं , उलझे हुए सवाल हैं , पर जवाब नहीं । ना रास्ता ना ही …
Read more »नमस्कार दोस्तों , कैसे हैं आप , खुश होगें और जीवन के रंगो का आनंद लें रहे होगें तो आईये जीवन में एक जूसी रंग भरते है और बनाते हैं , एक अलग तरह की स्पंजी और जूसी मिठाई जो ब्रैड़ की बनती हैं , और बनाने में भी बिल्कुल आसान हैं । इसमें हम घी या तेल कुछ भी प्रयोग नहीं करेगें । तो आईयें …
Read more »कब बीता जिंदगी ऐ सफर , कुछ पता ना चला । कब हुई खाक ऐ रस्म , कुछ पता ना चला । बीतते पलों का अलग ही साज था , गमों का भी तारीफ ऐे अंदाज था। ख्वाहिशें कुछ ऐसे हुई दफ़न कुछ पता ना चला । कब गिर पड़े , फड़फड़ाते हुए पंखों से कब बहे सपने , आंखों के अश्कों से , कुछ पता ना चला । खींच कर बनायी ,…
Read more »नमस्कार दोस्तों , कैसे हैं आप , उम्मीद हैं खुश होगें और दूसरों को भी खुश रखते होगें । तो आइयें आज आपको भी खुश करते हैं और बनाते हैं बेसन ब्रैड़ वो भी बिना कड़ाही में तेल डाले नाममात्र तेल से तवे पर , जिससे स्वास्थ्य पर भी प्रभाव नहीं पड़ता । स्वाद और स्वास्थ्य साथ में लेकर…
Read more »नमस्कार दोस्तों , कैसे हैं आप , उम्मीद हैं स्वस्थ्य होगें और मस्त होगे , तो आइये जिंदगी में कुछ तड़का लगाते हैं और बनाते हैं लजीज़ स्वाद मटर पनीर । तो आईये शुरू करते हैं । सामग्री : पांच टमाटर दो प्याज़ दो हरी मिर्च लहुसन और थोड़ी सी अदरक विधि :-- पहले हम टमाटर और प्याज़ को टुकड़ो…
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